यदि इंसान सिर्फ दौलत के बारे में ही सोचता रहे तो लोगों की सेवा कब करेगा. – दौलत कभी भी पर्यायवाची या समानार्थी (समानार्थी) शब्दों को रटने से पहले स्वयं ही वाक्य प्रयोग के द्वारा पर्यायवाची शब्द ढूंढने की कोशिश करनी चाहिए. ऐसा करने से हमें ये शब्द याद रहते https://shabdvyom.in